shiv chalisa lyricsl Options

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।

दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥

सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।

अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, Shiv chaisa आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

O Glorious Lord, consort of Parvati You will be most merciful. You usually bless the lousy and pious devotees. Your wonderful type is adorned with the moon with your forehead and with your ears are earrings of snakes’ Hood.

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥

शिव चालीसा के more info सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

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